Muizzu सरकार की हुवी हार
हाल के हीं दिनों में भारत और मालदीव के रिश्तों में काफी खटास आई है जब से सरकार का कमान राष्ट्रपति मुइज़्ज़ु ने संभाली है तब से भारत और मालदीव का रिश्ता खराब होता गया है
इन विवादों के बीच मालदीव की राजधानी माले में मेयर का चुनाव हुवा जिसमे Muizzu सरकार की पार्टी हार गई ।और भारत समर्थक डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार एडम अजीम माले ने चुनाव 5303वोटों से जीत लिया
राष्ट्रपति चुनाव से पहले माले का मेयर मुइज़्ज़ु थे राष्ट्रपति पद पर चुनाव लड़ने के लिए उन्होंने मेयर पद से इस्तीफा दे दिया था
मुइज़्ज़ु 5 दिन के चीन दौरे पर थे उनका दौरा 8 जेनुअरी से 13 तक था। चीन से आने के बाद जब उनसे भारत के साथ रिश्तों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा हम छोटा देस है तो किसी को हमको धमकाने की इजाजत नही है
उन्होंने चीन की तारीफ भी की चीन के साथ कई विकास के मुद्दों पर चर्चा हुवी है और उन्होंने हमें रक्षा के लिए वादा भी किया है
दरअसल, प्रधानमंत्री के लक्षदीप दौर के बाद उन्होंने लक्षदीप की खूबसूरती का बखान किया था आवर भारतीयों को कहीं और जाने से पहले एक बार लक्षदीप भी घूमने को कहा था । उनके शेयर करने के बाद मालदीव के 3 सांसदों ने प्रधानमंत्री को लेकर अभद्र टिप्पणी की थी जिसके बाद उनको हटा दिया गया था
लेकिन भारतीयों ने मालदीव जाने इनकार कर दिया आवर #bicottmaldiv ट्रेंड करने लगा जिससे मालदीव जाने के लिए 4000 से ऊपर flight की टिकट कैंसिल हो गई ।10000 से ऊपर होटल्स की बुकिंग कैंसिल हो गए ।
इन् विवादों के बीच उनकी पार्टी का हार ये साफ दरसाता है की मालदीव के लोगों में भारत के साथ हो रहे खराब रिस्ते का जिम्मेवार मुइज़्ज़ु सरकार को मान रही है ।
मालदीव का मुख्य आय के स्रोत
मालदीव का मुख्य आय का स्रोत पर्यटन है और उसमें भारत से 20% आय होता है । दोनों सरकार के बीच रिस्ते खराब होने से मालदीव जाने वाले कई उड़ाने भी रद्द हो गई है और टिकट भी सस्ता हो गया है ।
